ट्रेडिंग कैसे सीखें (Trading Kaise Sikhe) Full Information In Hindi

ज्यादातर नए ट्रेडर ट्रेडिंग की आधी-अधूरी जानकारी से ट्रेडिंग करते है, तथा नियमो का पालन न करने की वजह से अपना बड़ा नुकसान करा लेते है | आज ट्रेडिंग कैसे सीखें (Trading Kaise Sikhe) Full Detail in Hindi के इस लेख में हम जानेंगे कि शेयर बाज़ार में ट्रेडिंग को किस प्रकार से सीखा जा सकता है | कब ट्रेड लेना चाहिए कब नहीं

कंपनियों के शेयर IPO (Initial Public Offer) के माध्यम से शेयर बाज़ार में लिस्ट होने के बाद शेयरों में खरीद बिक्री आरंभ हो जाती है | शेयर बाज़ार में  शेयरों की खरीद-बिक्री करने वाले व्यक्ति ट्रेडर या निवेशक कहलाते है |

जो व्यक्ति शेयर को खरीद कर माह दो माह के भीतर लाभ / हानि में शेयर को बेच देता है उसे  ट्रेडर तथा जो व्यक्ति शेयर एक वर्षो से अधिक समय तक होल्ड करने के बाद बेचता है उसे निवेशक कहा जाता है | आईये आज Finoहिंदी के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि ट्रेडिंग कैसे सीखे-Trading Kaise Sikhe  

ट्रेडिंग कैसे सीखें (2024 में) – जानिए सबसे आसान तरीका

आज मैं आपको बताऊंगा कि ट्रेडिंग कैसे सीखें (How to learn trading in hindi) ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या करें, ट्रेडिंग कहां से सीखे और ट्रेडिंग सीखने में कितना समय लगता है?

क्या ट्रेडिंग सीखने के लिए कोई कोर्स करना पड़ता है या फिर आप कैसे बिल्कुल फ्री में ऑनलाइन ट्रेडिंग सीख सकते हैं?

इस पोस्ट में हम आपको ट्रेडिंग सीखने के बारे में स्टेप बाय स्टेप सब कुछ विस्तार से बताने वाले हैं कि आखिर शुरुआती नए लोग ट्रेडिंग कैसे सीख सकते हैं?

अगर आपने इस पोस्ट को पूरा पढ़ लिया तो मैं वादा करता हूं कि ‘ट्रेडिंग सीखने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है’ इस विषय के बारे में आपको कहीं और ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

ट्रेडिंग कैसे सीखें – Trading Kaise Sikhe

वैसे तो शेयर बाज़ार ट्रेडिंग अपने आप में बहुत बड़ा विषय है परन्तु  “करत करत अभ्यास के जडमति होत सुजान “ अर्थात निरंतर प्रयास तथा अभ्यास करने से Trading को बहुत हद तक समझा जा सकता है | यदि आप ट्रेडिंग की दुनियां में नए है तो निम्न चरणों का अनुसरण करने के बाद ही ट्रेडिंग की शुरुआत करें ताकि आपको अधिक से अधिक लाभ तथा कम से कम हानि हो | ट्रेडिंग सीखने के लिए टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें, कैंडल स्टिक और चार्ट पैटर्न के बारे में जानें, ऑप्शन चैन पढ़ना सीखे, मूविंग एवरेज, वॉल्यूम, टेक्निकल इंडिकेटर लगाना सीखें. इसके अलावा ट्रेडिंग की किताबें पढ़कर, ब्लॉग्स पढ़कर या ऑनलाइन वीडियोस देखकर भी आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं।

पेपर ट्रेडिंग की प्रेक्टिस करें(Practice Paper Treding)

कैश बाज़ार में ट्रेडिंग करने से पहले आपको पेपर पर Trading का अभ्यास करना अति आवश्यक है | लाइव शेयर बाज़ार को देखकर पेपर पर Trading करना ही पेपर ट्रेडिंग कहलाता है | इसका साधारण सा तरीका है कि जब भी आपको शेयर बाज़ार में  ट्रेड दिखे तो उसके खरीदने की कीमत, स्टॉप लॉस के साथ टार्गेट को एक पेपर पर नोट कर लें | अब टार्गेट या स्टॉप लॉस जो भी हिट हो जाये तो लाभ/हानि नोट कर ले | इस प्रकार आप कम से कम 8 ट्रेड करें | 

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग का मतलब होता है शेयर को खरीदना और बेचना. लेकिन इसके अलावा भी कई प्रकार की ट्रेडिंग होती है जैसे; इंट्राडे ट्रेडिंग, ऑप्शन ट्रेडिंग, स्विंग ट्रेडिंग आदि।

शुरुआती लोगों का मकसद होता है शेयर बाजार में ट्रेडिंग करके पैसा कमाना. अगर आप भी trading से पैसा कमाना चाहते हैं तो पहले आपको ट्रेडिंग सीखना होगा क्योंकि बिना सीखे जो लोग भी लाइव मार्केट में ट्रेड करने लगते हैं उनमें से 99% ट्रेडर्स का नुकसान ही होता है।

ट्रेडिंग से सम्बंधित बुक(Trading Book)

सर्व प्रथम आपको यह निर्णय लेना है कि आप किस प्रकार की Trading करना चाहते है | आप जिस प्रकार की भी ट्रेडिंग करना चाहते है उससे सम्बंधित बुक का अवलोकन कर आप ट्रेडिंग के गुर सीख सकते है | आज कल ऑनलाइन बाज़ार में कई प्रकार की बुक(इंट्रा डे Trading की पहचान A टू Z शेयर मार्केट(इंट्राडे) उपलब्ध है जिन्हें आप कुछ फीस देकर खरीद सकते है | तथा ट्रेडिंग के हुनर को सीख सकते है  | 

टेक्नीकल एनालिसिस का अध्ययन करना(Study Technical Analysis)

किसी भी शेयर में निवेश/ट्रेडिंग करने से पहले उस शेयर के चार्ट का टेक्नीकल एनालिसिस करना अति आवश्यक है | यह हमें बताता है कि किसी शेयर को कब खरीदना तथा बेचना हमारे लिए फायदेमंद रहेगा | शेयर बाज़ार के Trading क्षेत्र में कार्य करने वाले ट्रेडर की सबसे बड़ी कठिनाई ये है कि उन्हें ये नहीं पता होता है कि कोई शेयर कब ऊपर जायेगा तथा कब निचे आयेगा |

यदि आप टेक्निकल एनालिस्ट है तो आप शेयर के चार्ट को देख कर/ एनालिसिस कर शेयर के अगली चाल का अंदाजा लगा लेंगे | ट्रेडर के ट्रेड लेने की अलग अलग स्ट्रेटजी होती है | सभी ट्रेडर अपने अपने स्ट्रेटजी के अनुसार ट्रेड लेते है | दुसरे शब्दों में कहा जाय तो ट्रेडर जिस युक्ति से शेयर के अगले मूवमेंट का पता लगते है उसे ही टेक्निकल एनालिसिस कहा जाता है 

ट्रेडिंग के नियम (Low Of Trading)

ट्रेडिंग कैसे सीखें (Trading Kaise Sikhe) के चरण में Trading के नियम का पालन करना अत्यंत आवश्यक है | ट्रेडिंग के नियमो का पालन करने से आपको नुकसान कम से कम तथा प्रॉफिट अधिक से अधिक होगा | इसके अलावा ये नियम आपके अन्दर आपके ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर भरोसा तथा आत्मविश्वास जगाता है |

A) स्टॉप लॉस (Stop Loss)

ट्रेडिंग का पहला नियम है की प्रत्येक ट्रेड में स्टॉप लॉस को अवश्य लगाये | ट्रेड लेने के बाद अगर किसी समाचार के कारण आपके शेयर में असामान्य गिरावट/तेज़ी  हो जाये तब स्टॉप लॉस आपको किसी बड़े नुकसान से बचाती है | ज्यादातर नए ट्रेडर स्टॉप लॉस को न लगाकर ट्रेड ले लेते है तथा अपनी सारी पूंजी गवां देते है |

रिस्क-रिवार्ड प्रबंधन(Risk-Reward Management)

शेयर बाज़ार अत्यंत जोखिम भरा है | अतः निवेशक हो या ट्रेडर सभी को निवेश या ट्रेड करने से पहले अपने टार्गेट तथा हानि(स्टॉप लॉस) की गणना, ट्रेड लेने से पहले ही कर लेनी चाहिए |

कभी-कभी ऐसा होता है की बाज़ार आपके फेवर में ट्रेड कर रहा होता है लेकिन किसी ग्लोबल कारण या न्यूज के कारण बाज़ार का मूवमेंट बदल जाता है | यदि आप स्टॉप लॉस लगाकर अपने हानि को सिमित नहीं करेंगे तो पल भर में आपकी सारी पूंजी खत्म हो जाएगी | 

सामान्तः नए ट्रेडर स्टॉप लॉस नहीं लगाते है | वे स्टॉप लॉस को अपने दिमाग में ले कर चलते है तथा उन्हें लगता है की जब शेयर की कीमत वहां पहुचेगा तो वे खुद एग्जिट कर लेंगे | लेकिन ह्यूमन साइकोलॉजी के कारण वे एग्जिट नहीं कर पाते है और अपना बड़ा नुकसान करा लेते है |

अतः ट्रेड लेने से पहले आप अपना टार्गेट तथा स्टॉप लॉस अवश्य गणना कर लें तथा ट्रेड लेने के तुरंत बाद अपना स्टॉप लॉस तथा टार्गेट लगा दें | यदि टार्गेट या स्टॉप लॉस  हिट होने के पहले आपको ऐसा लगे की बाज़ार की चाल बदल गयी है या आपका ट्रेड गलत दिशा में जा रहा है तो, आप अपने ट्रेड से एग्जिट ले सकते है

Leave a Comment