News india Utraula balrampur
![]() |
Utraula Mj School |
एम. जे. एक्टिविटी स्कूल उतरौला में ‘ऑनलाइन शिक्षण
कार्य और उसके तकनीकी पहलू’ विषय पर एक गोष्ठी का
आयोजन किया गया।विद्यालय के प्राचार्य डॉ हिमांशु
द्विवेदी ने ऑनलाइन शिक्षण के तकनीकी पहलुओं पर
प्रकाश डालते हुए बताया कि वर्तमान कोविड-19 के इस
भयंकर दौर में ऑनलाइन शिक्षण एक वरदान साबित हुई
है। ऑनलाइन शिक्षण से न केवल वर्तमान संक्रमण काल
में बच्चों की शैक्षणिक आवश्यकताओं की पूर्ति हो रही है
बल्कि आने वाले वर्षों के लिए भी उनमें तकनीकी कौशल
की वृद्धि हो रही है जिसका फायदा उन्हें भविष्य में बढ़ते
तकनीकी अनुप्रयोग और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अवश्य
मिलेगा।ऑनलाइन शिक्षण विधियों पर प्रकाश डालते हुए
विद्यालय की अध्यापिका श्रीमती निर्मला ने बताया कि
शिक्षकों में भी समय की जरूरत के अनुसार तकनीकी
कौशल की वृद्धि हुई है जिससे विद्यालयों की शैक्षणिक
गुणवत्ता आने वाले वर्षों में और भी बेहतर हो जाएगी।
एलके के महाविद्यालय, बलरामपुर की जंतु विज्ञान की
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर आकांक्षा त्रिपाठी ने गोष्ठी को
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया और
बताया कि स्कूली शिक्षा से लेकर विश्वविद्यालय स्तर की
शिक्षा में ऑनलाइन शिक्षण पद्धतियों का अनुप्रयोग हमें पूरे
विश्व में तकनीकी प्रतिस्पर्धा में कंधे से कंधा मिला कर खड़ा करने में अत्यधिक लाभकारी सिद्ध हुआ है। गोष्ठी में
विद्यालय के शिक्षकों, डॉ अवधेश श्रीवास्तव, जितेंद्र
शुक्ला, अंसार हुसैन, कृष्ण कुमार इत्यादि ने भी अपने
विचार रखे।गोष्ठी के अंत में विद्यालय के प्रबंधक श्री समीर
रिजवी ने सभी उपस्थित एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग से जुड़े हुए
वक्ताओं को धन्यवाद ज्ञापित किया और ऑनलाइन
तकनीकी शिक्षा में हर संभव सहयोग का भी आश्वासन
दिया।इस अवसर पर ऑनलाइन शिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन
के लिए विद्यालय के शिक्षकों श्रीमती निर्मला, श्री मीसम,
श्री मेराज, श्रीमती शालिनी, श्रीमती मांडवी श्रीवास्तव और
कु. मिस्बा को सम्मानित भी किया गया।