भारत ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले टी20 मैच में पहले बैटिंग करते हुए 7 विकेट पर 161 रन बनाए. भारत की ओर से सबसे अधिक रन ओपनर केएल राहुल (51) ने बनाए. वे एकमात्र बल्लेबाज रहे, जिनके बल्ले से अर्धशतक निकला. ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने 23 गेंद पर 44 रन बनाए. जडेजा गेंदबाजी करने नहीं उतरे. भारतीय टीम ने जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को कन्कशन सब्स्टीटयूट (Concussion Substitute) के तौर पर उतारा और उन्होंने गेंदबाजी भी की.
ऑस्ट्रेलिया ने कैनबरा में खेले गए पहले टी20 मैच में टॉस जीतकर भारत को पहले बैटिंग करने को कहा. भारत की शुरुआत खराब रही और ओपनर शिखर धवन सिर्फ एक रन बनाकर मिचेल स्टार्क की गेंद पर बोल्ड हो गए. कप्तान विराट कोहली भी उम्मीद पर खरे नहीं उतरे और 9 रन बनाकर आउट हो गए. बाद में केएल राहुल (51), रवींद्र जडेजा (44) और संजू सैमसन (23) की पारियों की बदौलत भारत ने 7 विकेट पर 161 रन बनाए.
रवींद्र जडेजा को बैटिंग के दौरान सिर पर चोट भी लगी. पारी के 20वें ओवर की दूसरी गेंद जडेजा के बैट का किनारा लेकर हेलमेट से टकराई. गेंद टकराकर प्वाइंट पर खड़े हेनरिक्स के पास गई, लेकिन वे कैच नहीं कर पाए. जडेजा इसके बाद भी बैटिंग करते रहे. उन्होंने मिचेल स्टार्क के इस ओवर चौथी व पांचवीं गेंद पर चौके भी लगाए.
मेडिकल टीम ने ईनिंग ब्रेक के दौरान रवींद्र जडेजा की चोट का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्हें आगे नहीं खेलने की सलाह दी गई. भारत को जडेजा की जगह कन्कशन स्ब्स्टीट्यूट लेने को कहा गया. इस तरह भारत ने जडेजा की जगह युजवेंद्र चहल को मैदान पर उतारा. चहल ने मैच में गेंदबाजी भी की.
क्या है कन्कशन रूल
आईसीसी ने करीब एक साल पहले ही कन्कशन रूल को मान्यता दी है. इस नियम के तहत यदि किसी खिलाड़ी के सिर पर चोट लगती है तो उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को मैदान पर उतारा जा सकता है. कन्कशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतरे खिलाड़ी को बॉलिंग, बैटिंग, विकेटकीपिंग या फील्डिंग सबकुछ करने की छूट होती है. कन्कशन सब्स्टीट्यूट की शर्त यह है कि बल्लेबाज की जगह बल्लेबाज, गेंदबाज की जगह गेंदबाज और ऑलराउंडर की जगह ऑलराउंडर ही मैदान पर उतारा जा सकता है.